वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है । उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के छह विमानों को मार गिराया, जिनमें पांच लड़ाकू विमान और एक टोही विमान (AWACS) शामिल था।उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पाकिस्तान को एक स्पष्ट और सख्त संदेश देने के लिए की गई थी ।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों को मार गिराने को लेकर कहा था कि इस बारे में डेटा जुटाया जा रहा है ताकि सटीक जानकारी मिल सके। अब वायुसेना प्रमुख ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के पांच लड़कू विमान गिरे हैं ।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑपरेशन में पाकिस्तान के जिन विमानों को गिराया गया, उनमें एक JF-17, दो अमेरिकी F-16, एक C-130J और एक SAAB-2000 AWACS एयरक्राफ्ट शामिल है । इन विमानों में खासतौर पर SAAB-2000 एक निगरानी विमान था, जिसे पाकिस्तान की वायुसेना की रीढ़ माना जाता है।
एस-400 वायु रक्षा प्रणाली ने निभाई अहम भूमिका
बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में एयरफोर्स प्रमुख ने बताया कि इस ऑपरेशन में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने अहम भूमिका निभाई । उन्होंने कहा कि भारतीय एस-400 सिस्टम ने SAAB-2000 AWACS विमान को करीब 314 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया । यह विमान उस समय पाकिस्तान के अंदर 300 किलोमीटर भीतर उड़ान भर रहा था।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह अब तक का सबसे लंबी दूरी से किया गया सतह से हवा में हमला है, जिसे एक विश्व रिकॉर्ड भी कहा जा रहा है। इस विमान की तबाही पाकिस्तान की वायुसेना के लिए बहुत बड़ा झटका था । भारत का यह हमला केवल तकनीकी नहीं बल्कि रणनीतिक तौर पर भी बहुत अहम था।
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की लंबी रेंज और तेज़ प्रतिक्रिया क्षमता की वजह से पाकिस्तान के विमान भारतीय वायु क्षेत्र के करीब भी नहीं आ सके। एयरफोर्स चीफ ने कहा, 'एस-400 की रेंज ने वास्तव में पाकिस्तान के विमानों को दूर रखा और वे हमारी रक्षा प्रणाली को भेद नहीं सके।'
आतंकियों के 9 ठिकाने भी बने निशाना
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने बताया कि 7 मई को हुए हमलों में पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। अभियान के दौरान भारतीय सेना ने बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को भी निशाना बनाया। वहां की स्थिति को लेकर वायुसेना के पास सैटेलाइट और स्थानीय मीडिया की तस्वीरें मौजूद थीं, जिनसे साफ हुआ कि टारगेट पूरी तरह तबाह हुआ जबकि आसपास की इमारतें सुरक्षित रहीं।
एक ठिकाना लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय भी था,जो मुरीदके में स्थित है। उन्होंने बताया कि वहां लश्कर के शीर्ष नेताओं के आवासीय और कार्यालय परिसर थे, जहां वे बैठकें किया करते थे। एयरफोर्स ने इन हमलों के पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें भी साझा की थीं, जिनसे साफ हुआ कि निशाना बिल्कुल सटीक था।
'हमारा संदेश साफ था'
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के शाहबाज जैकबाबाद एयरबेस पर मौजूद एफ-16 विमानों के लिए बनाए गए हैंगर का आधा हिस्सा हमले में गायब हो गया । वहाँ खड़े कुछ लड़ाकू विमानों को भी संभवतः नुकसान पहुंचा है।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य केवल जवाबी कार्रवाई करना नहीं था, बल्कि एक स्पष्ट रणनीति के तहत पाकिस्तान को यह संदेश देना था कि भारत अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।