राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की यात्रा के दौरान भारत और बोत्सवाना के बीच बुधवार को आपसी सहयोग के कई द्विपक्षीय समझौतों पर दस्तखत किए गए। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि उनकी यह यात्रा द्विपक्षीय सम्बं धों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह भारत के राष्ट्रपति की पहली बोत्सवाना यात्रा है। 2026 में दोनों देशों के बीच राजनयिक सम्बंबधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह यात्रा महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, बोत्सवाना के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि उसके सम्बं ध और प्रगाढ़ हो सकें तथा भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन के ढांचे के अंतर्गत अफ्रीका के साथ साझेदारी का विस्तार किया जा सके।राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि बोत्सवाना 'प्रोजेक्ट चीता' के अगले चरण के तहत भारत में चीतों को फिर से बसाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार की एक अनूठी वन्यजीव संरक्षण पहल है और इसका उद्देश्य भारत के इकोसिस्ट्म में चीतों को पुनर्स्थापित करना है। उन्होंने राष्ट्रपति बोको और बोत्सवाना के लोगों को भारत में अपने देश से चीते भेजने पर सहमति के लिए धन्यवाद दिया।
दोनों नेताओं की उपस्थिति में फार्माकोपिया पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इससे बोत्सवाना के नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली और किफ़ायती भारतीय दवाइयां आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। राष्ट्रपति ने बोत्सवाना सरकार के अनुरोध पर आवश्यक एआरवी दवाइयां उपलब्ध कराने के भारत के निर्णय के बारे में भी अवगत कराया। राष्ट्रपति मुर्मु अंगोला और बोत्सवाना की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में मंगलवार को बोत्सवाना के गैबोरोन पहुंचीं। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की पहली बोत्सवाना यात्रा है। राष्ट्रपति के साथ इस राजकीय यात्रा पर जल शक्ति और रेल राज्य मंत्री, वी. सोमन्ना और संसद सदस्य, परभुभाई नागरभाई वसावा और डीके अरुणा भी हैं।
गैबोरोन स्थित राष्ट्रपति कार्यालय में बुधवार को एक कार्यक्रम में राष्ट्र पति मुर्मु का बोत्सवाना गणराज्य के राष्ट्रपति, महामहिम एडवोकेट ड्यूमा गिदोन बोको ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
राष्ट्रपति मुर्मु का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति बोको ने इस बात का उल्लेाख किया कि "लोकतंत्र का जनक" भारत, बोत्सवाना की विकास यात्रा में प्रेरणा और समर्थन का एक अटूट स्रोत रहा है। उन्होंने शिक्षा, लैंगिक समानता और हाशिए पर आने वाले लोगो के उत्थान को बढ़ावा देने में राष्ट्रपति की सक्रिय भूमिका की भी सराहना की।