डेनमार्क में बच्चों पर डिजिटल कंट्रोल का फैसला, भारत में भी तैयारी

Authored By: News Corridors Desk | 09 Oct 2025, 03:40 PM
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डेनमार्क ने एक बड़ा फैसला लिया है, कि 15 साल से छोटे बच्चे डिजिटल प्लेटफॉर्म यानी सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन के हिसाब से, मोबाइल और डिजिटल मीडिया बच्चों का बचपन छीन रहे हैं और उन्हें मानसिक दबाव और तनाव होता है। इस नए नियम के तहत, 13 साल से बड़े बच्चों को उनके माता-पिता की अनुमति से डिजिटल प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने की छूट मिलेगी।

सोशल मीडिया बंद करने पर युवाओं का विरोध

कई देशों में सोशल मीडिया पर बैन को लेकर जनरेशन Z यानी युवा वर्ग में बड़ा विरोध देखने को मिल रहा है। ये युवा अपनी आज़ादी और हक के लिए जोरदार आवाज़ उठा रहे हैं। कई जगह विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं क्योंकि वे सोचते हैं कि सोशल मीडिया बंद करने से उनकी आज़ादी छिन जाएगी। बावजूद इसके, डेनमार्क  और भी कई देश है जिसने सोशल मीडिया बैन की बात कही है।

अब बच्चों का डिजिटल टाइम लिमिटेड! अन्य कई देशों का बड़ा फैसला

डेनमार्क अकेला ऐसा देश नहीं है जो बच्चों के लिए सोशल मीडिया और इंटरनेट के इस्तेमाल पर रोक लगा रहा है। दुनिया के कई देशों ने भी ऐसे कदम उठाए हैं। ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से छोटे बच्चों को सोशल मीडिया इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होगी। नॉर्वे में सोशल मीडिया की उम्र 13 से बढ़ाकर 15 साल करने का प्रस्ताव है।

फ्रांस में 15 साल से छोटे बच्चों को सोशल मीडिया चलाने के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी है। यूके ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों को एडल्ट कंटेंट देखने से रोका है। चीन में 8 से 15 साल के बच्चे सिर्फ 1 घंटा और 16 से 18 साल के बच्चे 2 घंटे ही इंटरनेट चला सकते हैं। वहीं भारत में सोशल मीडिया इस्तेमाल की उम्र 18 साल करने का प्रस्ताव  है।