बिहार में चुनावी माहौल जोरों पर है! चुनाव आयोग ने ऐलान कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। बिहार की 243 सीटों वाली विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि बिहार में चुनाव दो चरणों में होंगे, क्योंकि 2005 से अब तक ऐसा नहीं हुआ।
चुनाव आयोग ने क्या बताया?
-वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का मौका: अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, तो नामांकन से 10 दिन पहले तक जुड़वा सकते हैं। नामांकन के बाद कोई बदलाव नहीं होगा।
-वोटर लिस्ट अपडेट: 24 जून से वोटर लिस्ट को ठीक किया गया, और 30 सितंबर को फाइनल लिस्ट जारी हुई।
-साफ-सुथरा चुनाव: आयोग ने कहा कि इस बार बिहार में चुनाव आसान और पूरी तरह पारदर्शी होंगे। फेक न्यूज पर सख्त नजर रहेगी, और हिंसा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगी।
-17 नई पहल: हर बूथ पर वेबकास्टिंग, मोबाइल सेंटर जैसी 17 नई सुविधाएं होंगी।
-दिव्यांगों के लिए सुविधा: फॉर्म 20 के जरिए दिव्यांग घर से वोट डाल सकेंगे।
-EVM में नया लुक: EVM में उम्मीदवारों की रंगीन फोटो और साफ सीरियल नंबर होगा। पोस्टल बैलट की गिनती EVM के आखिरी दो राउंड से पहले होगी।
-हेल्पलाइन नंबर: अगर आपको मदद चाहिए तो 1950 पर कॉल करें या ECINET ऐप से BLO से बात करें।
बिहार में कितने वोटर्स?
-कुल वोटर: करीब 7.42 करोड़
-पुरुष वोटर: 3.92 करोड़
-महिला वोटर: 3.40 करोड़
-पहली बार वोटर: 14 लाख
-100 साल से ज्यादा उम्र के वोटर: 14,000
-पोलिंग बूथ: 90,412
-बूथ पर वोटर की सीमा: एक बूथ पर 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होंगे।
चुनाव की खास बातें
-मोबाइल ले जाने की छूट: पोलिंग सेंटर तक मोबाइल ले जा सकते हैं, लेकिन वोटिंग रूम के बाहर मोबाइल सेंटर में रखना होगा।
-ECINET ऐप: सारी जानकारी, 40 ऐप्स और वोटर कार्ड डिटेल्स एक जगह। SIR के 15 दिन में नया वोटर कार्ड मिलेगा।
-सुपरवाइजर : हर सीट पर बाहरी राज्यों से सुपरवाइजर होंगे, जिनके नाम और नंबर ECINET पर मिलेंगे।
-सीटों का बंटवारा: 243 सीटों में 203 सामान्य, 2 ST और 38 SC के लिए हैं।
क्यों है खास यह चुनाव?
2005 के बाद पहली बार बिहार में दो चरणों में चुनाव हो रहा है। 2020 में तीन चरणों में वोटिंग हुई थी। इस बार NDA ने एक चरण, तो विपक्ष ने दो चरणों की मांग की थी। आयोग ने दो चरणों का रास्ता चुना।
वोटर लिस्ट में बदलाव
24 जून से शुरू हुए SIR के बाद वोटर लिस्ट से 68.5 लाख नाम हटाए गए और 21.53 लाख नए नाम जोड़े गए। अब बिहार में कुल 7.42 करोड़ वोटर अपनी सरकार चुनेंगे।
चुनाव की तैयारियां
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि छठ पूजा के बाद चुनाव कराने का सुझाव पार्टियों ने दिया था। आयोग ने बिहार का दौरा कर तैयारियों को परखा और प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मीटिंग की।
तो, तैयार हो जाइए, 6 और 11 नवंबर को वोट डालकर अपनी सरकार चुनने के लिए, और 14 नवंबर को देखें कि बिहार की सत्ता किसके हाथ में जाती है.