'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब आम नागरिकों की हवाई यात्रा पर भी दिखने लगा है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच कुल 90 फ्लाइट्स रद्द की गईं।
एयरलाइनों ने जारी की एडवाइजरी
दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना होने वाली 52 उड़ानों में से 46 घरेलू फ्लाइट्स रद्द की गईं, वहीं दिल्ली आने वाली 33 घरेलू उड़ानें भी प्रभावित हुईं। इसके अलावा, 6 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जो दिल्ली आ रही थीं और 5 जो रवाना होनी थीं, उन्हें भी कैंसिल कर दिया गया।
घरेलू एयरलाइनों ने 10 मई तक और भी उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है। एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर सहित सभी प्रमुख एयरलाइनों ने यात्रियों से एयरपोर्ट के लिए निकलने से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जांचने की अपील की है। साथ ही हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से सहायता प्राप्त करने की भी सलाह दी गई है।
कई एयरपोर्ट्स वाणिज्यिक उड़ानों के लिए अस्थायी रूप से बंद
भारत के कई हवाई अड्डों को सुरक्षा कारणों से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इन हवाई अड्डों में मुख्य रूप से वे क्षेत्र शामिल हैं जो सीमावर्ती इलाकों के पास स्थित हैं या जिनका उपयोग सैन्य चार्टर के लिए किया जाता है।
प्रमुख प्रभावित हवाई अड्डे:
उत्तर भारत: श्रीनगर, जम्मू, लेह, चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, हलवारा, पठानकोट
हिमाचल प्रदेश: भुंतर, शिमला, गग्गल, धर्मशाला
राजस्थान: किशनगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर
गुजरात: मुंद्रा, जामनगर, राजकोट, पोरबंदर, कांडला, केशोद, भुज
अन्य: ग्वालियर, हिंडन (गाजियाबाद)
सैन्य गतिविधियों को प्राथमिकता, वाणिज्यिक सेवाएं स्थगित
सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा कई हवाई अड्डों को सैन्य संचालन के लिए आरक्षित कर दिया गया है। ऐसे में वाणिज्यिक सेवाएं अस्थायी रूप से बंद की गई हैं ताकि रक्षा बलों को निर्बाध ऑपरेशन में सहायता मिल सके।
एयरलाइनों और अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि जब तक हालात सामान्य नहीं होते, ट्रेन या सड़क मार्ग से यात्रा को प्राथमिकता दें। टिकट कैंसलेशन, रिफंड और रीबुकिंग को लेकर यात्रियों को लचीलापन दिया जा रहा है।