डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति के लागू करने के बाद से भारत और अमेरिका के रिश्ते में जिस तरह की खटास आई है, उसको लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं । भारत की अमेरिकी तकनीक पर निर्भरता को लेकर भी तरह-तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही है । बहुत से लोग इस सवाल का जवाब भी तलाशने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि दोनों देशों के रिश्ते ज्यादा खराब हुए और अमेरिका ने भारत में गूगल की सर्विस बंद करा दी, तो क्या होगा ? यदि अचानक जीमेल बंद हो जाए तो क्या पूरा देश रुक जाएगा ?
खान सर के एक वीडियो के बाद उछ रहे सवाल
बिहार के वायरल टीचर खान सर के एक वीडियो के बाद बड़ी संख्या में लोग सोशल मीडिया पर इस तरह के सवाल पूछ रहे हैं । वायरल वीडियो में खान सर ने दावा किया है कि अगर अमेरिका चाहे तो गूगल से कहकर भारत में जीमेल बंद करवा सकता है। उनका कहना है कि ऐसा होने पर न सिर्फ जीमेल बंद होगा, बल्कि UPI समेत कई डिजिटल सेवाओं का इस्तेमाल भी मुश्किल हो जाएगा और देशभर की मोबाइल सर्विसेज ठप पड़ जाएंगी । उनके इस बयान ने कई सोशल मीडिया यूजर्स को चिंता में डाल दिया है वहीं कई यूजर्स इसपर मजे भी ले रहे हैं ।
क्या होगा यदि जीमेल बंद हो जाए ?
यूपीआई(UPI), एनसीपीआई(NCPI) जीमेल या गूगल सर्विस से डायरेक्ट लिंक नहीं है > यह अपने इंडियन डेटा सेंटर्स पर चलता है। इसलिए अगर जीमेल ब्लॉक हो भी जाए, भीम और अन्य यूपीआई ऐप काम करते रहेंगे । हालांकि एंड्रॉयड फोन्स यूज करने वालों के लिए थोड़ी परेशानी हो सकती है क्योंकि यह गूगल का प्लेटफॉर्म है ।
यदि गूगल भारत में अपनी सभी सर्विसेस बंद कर दे, तो भी कुछ समय के लिए परेशानी हो सकती है क्योंकि गूगल प्ले स्टोर एंड्रॉयड फोन का मुख्य हिस्सा माना जाता है । भारत में ज्यादातर लोग एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करते हैं और वहीं से ऐप्स डाउनलोड करते हैं । लेकिन यह कहना गलत होगा कि गूगल के बिना भारत डिजिटल रूप से ठप हो जाएगा।
कई थर्ड पार्टी ऐप स्टोर्स पहले से मौजूद
दरअसल, मार्केट में कई थर्ड पार्टी ऐप स्टोर्स पहले से मौजूद हैं । कई चीनी मोबाइल ब्रांड अपने फोन में अलग स्टोर देते हैं। इसी तरह भारत में भी विकल्प उभर रहे हैं । जैसे PhonePe का Indus Appstore, जो अभी बीटा वर्जन में है लेकिन धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहा है। इसके अलावा, सरकार समर्थित DigiLocker, BHIM UPI, Aarogya Setu, UMANG और mParivahan जैसे ऐप्स भी सीधे उनकी ऑफिशियल वेबसाइट या वैकल्पिक स्टोर्स से डाउनलोड किए जा सकते हैं । इसलिए भविष्य में यदि गूगल कीसर्विसेस बंद भी हों, तो भारत के पास अपनी तकनीक और विकल्प मौजूद रहेंगे, जिनसे डिजिटल सेवाओं का इस्तेमाल जारी रहेगा ।
सोशल मीडिया पर चल रहे रोचक सवाल-जवाब
खान सर के बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है । लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं । इनमें से कुछ सीरियस दिख रहे हैं, तो कुछ मजाकिया । कई यूज़र्स ने पूछा कि आखिर जीमेल का मोबाइल नेटवर्क से क्या लेना-देना है? वहीं कई लोगों ने लिखा कि अगर जीमेल बंद हो भी जाए तो भी कॉल और मैसेज चलेंगे, क्योंकि मोबाइल सर्विसेस जीमेल पर निर्भर नहीं हैं । कुछ ने तंज कसते हुए कहा कि खान सर शायद डिजिटल सिस्टम को लेकर कन्फ्यूज हो गए हैं, जबकि कुछ ने इसे ओवरएक्टिंग करार दिया । कई यूज़र्स ने मज़ाक उड़ाते हुए मीम्स भी बना डाला ।