देश में बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है । परन्तु काम कब पूरा होगा और पहली बुलेट ट्रेन कब दौड़ेगी, इस सवाल का जवाब जानने को लोग उत्सुक हैं । गुजरात के खेड़ा से बीजेपी सांसद देवुसिंह चौहान और गुजरात के ही सूरत से बीजेपी सांसद मुकेश दलाल ने भी यही सवाल पूछा ।
बुधवार को लोकसभा में उनके तारांकित सवालों के लिखित जवाब में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव में इसके बारे में जानकारी दी । दोनों सांसदों ने यह भी जानाना चाहा था कि परियोजना के लिए कितने का बजट दिया गया है और बजट का कितना हिस्सा अबतक खर्च हुआ है ।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का काम दिसंबर 2029 तक पूरा हो जाने की संभावना है।
बुलेट ट्रेन परियोजना की मौजूदा स्थिति
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस परियोजना पर जापान सरकार की वित्तिय और तकनीकी सहायता से काम चल रहा है । मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) की कुल लंबाई 508 किलोमीटर होगी । यह ट्रेन महाराष्ट्र, गुजरात और दादरा नगर हवेली के क्षेत्रों से गुजरेगी। इस पूरे रूट पर 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि इस पूरे रूट के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है, जो परियोजना की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक था। रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन की परियोजना एक बहुत ही जटिल परियोजना है । ऐसे में सभी कार्य जैसे सिविल वर्क, ट्रैक, बिजली, सिग्ननल, टेलीक्म्यूनिकेशन और ट्रेन के सेट की आपूर्ति के बाद ही यह तय किया जा सकता है कि ट्रेनों का परिचालन कब से होगा ।
बुलेट ट्रेन पर कितना खर्च होगा और कौन देगा पैसा?
रेल मंत्री के अनुसार, इस महत्वाकांक्षी परियोजना की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। इसमें से सबसे बड़ा हिस्सा, यानी करीब 81 प्रतिशत फंडिंग जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) द्वारा की जा रही है, जो लगभग 88,000 करोड़ रुपये के बराबर है। बाकी 19 प्रतिशत खर्च भारत सरकार देगी ।
इसमें रेल मंत्रालय (50% ) गुजरात सरकार ( 25%) और महाराष्ट्र सरकार (25%) की भागीदारी होगी । 30 जून 2025 तक इस प्रोजेक्ट पर 78,839 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। रेल मंत्री ने बताया कि बुलेट ट्रेन नेटवर्क को देश के अन्य व्यावसायिक, आर्थिक और पर्यटन स्थलों तक बढ़ाने की योजना है।