प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल पहले एक योजना शुरू की थी । तब इसको लेकर तरह-तरह के सवाल भी उठाए गए थे । परन्तु जब वह योजना धरातल पर उतरी तो धीरे-धीरे कर लाखों लोगों दुनिया बदलने लगी ।
हम बात मुद्रा लोन की कर रहे हैं जिसके शुरू होने के दस साल पूरा होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाभार्थियों से अपने आवास पर बातचीत की । उन्होने कहा कि मुद्रा योजना का उदेश्य देश के नौजवानों को उनके पैरों पर खड़ा होने में मदद करना है ।
इस मौके पर कई लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री के साथ अपने अनुभव भी शेयर किए । इस दौरान प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों के साथ हंसी-मजाक भी किया । दरअसल पीएम मोदी ने मुद्रा लोन के एक लाभार्थी से पूछा कि कितना कमा लेते हो, तो वह जवाब देने में झिझका तो प्रधानमंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री को बोले दे रहा हूं इनकम टैक्स वाले नहीं आएंगे । इतना सुनकर सब हंसने लगे ।
मुद्रा योजना के कई लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री के साथ अपने अनुभव और सफलता की कहानी साझा किए । इस मौके पर पीएम मोदी के साथ कार्यक्रम में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी भी मौजूद रहे ।
मुद्रा लोन स्कीम ने लाखों लोगों की बदल दी ज़िंदगी
आज देश में मुद्रा लोन से व्यापार करने वालों की संख्या करोड़ों में है । ये लोग अब आसानी से अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं । ऐसे लोगों की संख्या भी काफी अधिक है जिन्होने मुद्रा लोन की मदद से व्यापार में काफी तरक्की है । स्वरोजगार करने वालों के लिए यह योजना वरदान साबित हुई है ।
पीएम मुद्रा योजना 8 अप्रैल, 2015 को लॉन्च हुई थी । इसका मकसद स्वरोजगार को बढ़ावा देना है । पिछले 10 सालों में इस योजना के तहत 32.61 लाख करोड़ रुपये का 52 करोड़ से अधिक लोन दिए गए हैं ।
खास बात यह है कि योजना की लाभार्थियों में 68 प्रतिशत महिलाएं हैं । 51 प्रतिशत से ज्यादा लोन एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग से जुड़े उद्यमियों को दिए गए । छोटे व्यवसायों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई, जिससे लाखों नौकरियां उत्पन्न हुई है । इसका लाभ केवल शहरी और अर्ध शहरी क्षेत्र में ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी काफी मिला है ।
मुद्रा लोन की चार श्रेणियां
सरकार के द्वारा मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत गैर कृषि क्षेत्र और गैर कॉरपोरेट क्षेत्र के उद्यमियों को 20 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के उपलब्ध कराया जाता है । सरकार ने इस लोन के लिए 4 श्रेणियां निर्धारित की है ।
शिशु लोन - इसमें नए उद्योगों को 50, 000 रुपये तक का लोन दिया जाता है ।
किशोर लोन- इस श्रेणी में 50,000 रुपये से लेकर 5,00,000 रुपये तक का लोन दिया जाता है ।
तरुण लोन- इस श्रेणी में 5,00,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है ।
तरुण प्लस लोन - इसमें ऋण सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया है ।
यानि हर उम्र के लोग और हर तरह के व्यापारी इस लोन का फायदा उठा सकें, सरकार ने इसका पूरा ध्यान रखा है । आज मुद्रा लोन की सक्सेस स्टोरीज़ सोशल मीडिया पर छाई हुई है और पीएम मोदी अब इसके आगे की योजना बना रहे हैं ।