रेल और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जीएसटी दरों में कटौती को आम आदमी के लिए बड़ी राहत बताया है । शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि, उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिडिल क्लास परिवारों को एक बहुत बड़ा तोहफा दिया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार ने ये सुधार सिर्फ कर प्रणाली को सरल बनाने के उद्देश्य से नहीं किए गए, बल्कि आम लोगों की आर्थिक जरूरतों को ध्यान में रखकर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि फ्रिज, एसी, मोबाइल चार्जर, पावरबैंक, कूलर जैसी रोजमर्रा की घरेलू चीजों पर टैक्स घटाया गया है । साथ ही कपड़ा, मकान और खाने-पीने से जुड़ी जरूरी वस्तुएं भी अब पहले से सस्ती होंगी । इससे आम आदमी की जेब पर बोझ कम होगा ।
प्रधानमंत्री ने संकल्प को हकीकत में बदला
रेल और दूसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से देश की जनता से जो वायदा किया था उसे पूरा कर दिया है । विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, 2014 से पहले देश की टैक्स व्यवस्था काफी जटिल थी । इसकी वजह से मध्यमवर्गीय परिवारों को अपनी मूलभूत जरूरतें पूरी करने के लिए भी भारी टैक्स देना पड़ता था ।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने न सिर्फ टैक्स को जितना संभव हो सकता है उतना कम करने का प्रयास किया है, बल्कि कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए भी ठोस कदम उठाए हैं । उन्होंने कहा कि जीएसटी रिफॉर्म से पहले हमने इनकम टैक्स की लिमिट बढ़ाकर 12 लाख सालाना किया है जिससे करोड़ों टैक्सपेयर्स को सीधा लाभ मिलेगा । ये सारे कदम आम आदमी को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए उठाए गए हैं ।
नवरात्र की शुरुआत पर मिली राहत की सौगात
अश्विनी वैष्णव ने 22 सितंबर से इस फैसले के लागू करने के फैसले पर भी बात की । उन्होंने कहा कि नवरात्र जैसे शुभ पर्व की शुरुआत पर यह बदलाव देश के 140 करोड़ नागरिकों, विशेष रूप से मध्यम वर्ग के लिए एक खुशी लेकर आया है । उन्होंने इसे ‘नए भारत की नई सोच’ का उदाहरण बताया, जहां आर्थिक नीतियों का लाभ सीधे आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है । वैष्णव ने कहा कि इस सुधार के माध्यम से सरकार ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि मध्यम वर्ग उसकी प्राथमिकता में है।
खपत में वृद्धि से जीडीपी और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत की कुल जीडीपी फिलहाल करीब 330 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 202 लाख करोड़ रुपये का हिस्सा घरेलू खपत का है। उनका कहना है कि यदि इस खपत में मात्र 10 प्रतिशत की भी वृद्धि होती है, तो देश की अर्थव्यवस्था में 20 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त वृद्धि संभव है। यह सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि यह बताता है कि जब आम लोगों की जेब में पैसा आता है तो वह खर्च करते हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलती है। उन्होंने कहा कि खपत बढ़ने से उत्पादन बढ़ेगा और उत्पादन बढ़ने से रोज़गार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में छह गुना उत्पादन,आठ गुना निर्यात
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में हो रहे विकास की जानकारी देते हुए रेल और दूरसंचार मंत्री ने बताया कि बीते कुछ वर्षों में इस क्षेत्र ने ऐतिहासिक प्रगति की है। आज मोबाइल बैटरी से लेकर स्क्रीन ग्लास तक के पुर्जे देश में ही बन रहे हैं। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जहां पहले इस क्षेत्र में आयात पर निर्भरता थी, अब वहीं भारत खुद एक बड़ा मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट हब बन चुका है। इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन छह गुना बढ़ा है और निर्यात आठ गुना। इस सेक्टर में लगभग 25 लाख लोगों को रोजगार मिला है, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अहम कदम है।
'आम जनता तक नहीं पहुंचा लाभ तो होगी सख्त कार्रवाई'
अश्विनी वैष्णव ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का हवाला देते हुए कहा कि सरकार इस बात को लेकर पूरी तरह स्पष्ट है कि टैक्स दरों में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक जरूर पहुंचना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई विक्रेता या कंपनी ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पीएम मोदी ने विदेश नीति को दिया नया स्वरुप
रेल और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत की विदेश नीति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की फॉरेन पॉलिसी को नया स्वरुप दिया है । उन्होंने जो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय फ्रेमवर्क तैयार किए हैं, वे देश के दीर्घकालिक हितों की सुरक्षा करते हैं। भारत-अमेरिका संबध के बारे में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, भारत और अमेरिका के रिश्ते पहले से अधिक प्रगाढ़ हुए हैं । अमेरिका जहां एक बड़ी लोकतंत्र है, वहीं भारत को "मदर ऑफ डेमोक्रेसी" कहा जाता है। ऐसे में दोनों देशों के बीच बेहतर तालमेल स्वाभाविक है ।