रेलवे का डिजिटल कमाल,अब यात्रियों की हर शिकायत पर तुरंत कार्रवाई

Authored By: News Corridors Desk | 27 Aug 2025, 04:44 PM
news-banner

आप ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं और आपको किसी तरह की परेशानी है,लेकिन न तो स्टेशन का नाम मालूम है और न ही ट्रेन नंबर...इतना ही नहीं आपने किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या ऐप के जरिए जो शिकायत की है,उस पोस्ट में अधिकारियों को टैग करना भूल गए हैं...अब आप सोच रहे हैं कि बिना सटीक जानकारी के भला कोई कैसे मदद पहुंचा सकता है... लेकिन महज 60 सेकेंड के भीतर आपकी पोस्ट पढ़ ली जाती है, पहचान ली जाती है,और कुछ ही मिनटों में कार्रवाई भी शुरू हो जाती है । 

आप हैरान रह जाते हैं कि आखिर यह हुआ कैसे ? तो जान लीजिए... यह कोई जादू नहीं, बल्कि प्रयागराज रेलवे मंडल का नया डिजिटल सिस्टम है जो न केवल आपको सुनता है, बल्कि बिना कहे भी आपकी बात समझ लेता है ।

उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल यात्रियों की शिकायतों को हल करने के लिए एक ऐसा डिजिटल सिस्टम लेकर आया है,जो हर दिन चौबीसों घंटे सक्रिय रहता है। यह सिस्टम Rail Madad ऐप या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स  के जरिए दर्ज शिकायतों को रीयल‑टाइम में पकड़ता है और उसे त्वरित कार्रवाई के लिए आगे बढ़ा देता है भले ही पोस्ट अधूरी हो, स्पेलिंग गड़बड़ हो या किसी को टैग न किया गया हो । इसके जरिए अब यात्री की आवाज सीधे सिस्टम तक पहुंचती है और वो भी बिना देरी के। सिस्टम उसे तुरंत स्कैन करता है,अंदरूनी अलर्ट जारी करता है और उसे सही विभाग को भेज देता है।

अत्याधुनिक तकनीक से लैस समर्पित टीम का कमाल

यह पूरा सिस्टम प्रयागराज स्थित डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) कार्यालय में मौजूद एक अनुभवी टीम द्वारा संचालित किया जा रहा है। यह टीम ऐसी सॉफ्टवेयर तकनीक का उपयोग कर रही है जो सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई जानकारी को 100 से अधिक मानकों के आधार पर स्कैन कर सकती है। इससे कोई भी जानकारी छूटती नहीं, चाहे पोस्ट में कोई टैग हो या न हो।
खास बात यह है कि प्रयागराज मंडल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X से अधिकारिक एक्सेस भी प्राप्त है, जिससे वह सार्वजनिक पोस्ट को वैध तरीके से स्कैन कर सके। पारंपरिक तरीकों में जहां शिकायत करने वाले को पीएनआर नंबर, ट्रेन का नाम या स्टेशन की सही जानकारी देनी होती थी, वहीं यह नया सिस्टम उन पोस्टों को भी पहचान लेता है जिनमें जानकारी अधूरी होती है।

स्पष्ट रूप से दिख रहा है असर 

नए सिस्टम का असर स्पष्ट रूप से दिख रहा है। 1 अप्रैल से 21 अगस्त 2025 के बीच प्रयागराज मंडल को कुल 19,408 यात्रियों से फीडबैक प्राप्त हुए। इनमें से 11,471 लोगों ने सेवाओं को 'उत्कृष्ट' बताया, जबकि 4,235 यात्रियों ने 'संतोषजनक' रेटिंग दी । केवल 3,702 यात्रियों ने सेवाओं से असंतोष जताया। इन आंकड़ों के आधार पर प्रयागराज मंडल को पूरे भारत के रेल नेटवर्क में यात्री संतुष्टि के मामले में पहला स्थान मिला है।

रेलवे अपनी सर्विसेज में इस तरह की स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग कर न सिर्फ यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया करा रहा है , बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ और 2047 तक विकसित भारत के विजन को भी साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है ।