Delhi Riots Case : मुश्किल में पड़ें मंत्री कपिल मिश्रा, कोर्ट ने दिया FIR दर्ज करने का आदेश

Authored By: News Corridors Desk | 01 Apr 2025, 06:13 PM
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दिल्ली दंगे 2020 में कथित भूमिका को लेकर दिल्ली के कानून मंत्री व भाजपा नेता Kapil Mishra को बड़ा झटका लगा है। कपिल मिश्रा और अन्य के खिलाफ यहां 2020 में हुए दंगों में उनकी कथित भूमिका की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि कपिल मिश्रा ने भाजपा के टिकट पर करावल नगर सीट से 2025 का दिल्ली विधानसभा चुनाव जीता है। वह 2015 में आम आदमी पार्टी (AAP) के टिकट पर यहां से विधायक थे। कपिल मिश्रा ने भाजपा के टिकट से करावल नगर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के मनोज कुमार त्यागी को 23,355 वोटों से हराया। 

कपिल मिश्रा पर क्या हैं आरोप?

कपिल मिश्रा का 23 फरवरी, 2020 को ट्विटर पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें वो मौजपुर ट्रैफिक सिग्नल के पास भाषण देते दिखाई दे रहे हैं। उन्होनें DCP के पास खड़े होकर जाफराबाद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध करने वाली महिलाओं पर निशाना साधा था। उन्होंने पुलिस को सड़कें खाली कराने का "अल्टीमेटम" दिया था और कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें खुद सड़कों पर उतरना पड़ेगा और कोई उन्हें रोक नहीं पाएगा।

दिल्ली दंगे में मारे गए थे 53 लोग

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में CAA को लेकर 24 से 26 फरवरी, 2020 के बीच लगातार 3 दिन दंगे हुए थे। जिसमें 53 लोगों की मौत हुई थी और लगभग 500 घायल हुए थे। मरने वालों में एक दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल भी शामिल थे। इस दौरान संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ था। बता दें कि दंगाइयों ने घरों, दुकानों और वाहनों समेत जो भी आगे आया, उसमें आग लगा दी। एक पेट्रोल पंप को भी आग लगाई थी।

आगे की जांच होनी चाहिए

न्यायाधीश ने कहा, ‘ये स्पष्ट है कि मिश्रा कथित अपराध के समय इलाके में थे और इस मामले में आगे की जांच की आवश्यकता है।' न्यायाधीश यमुना विहार निवासी मोहम्मद इलियास की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रहे थे, जिसमें प्राथमिकी दर्ज करने की अपील की गई थी, जिसका दिल्ली पुलिस ने विरोध किया और दावा किया कि दंगों में मिश्रा की कोई भूमिका नहीं थी।